बेस्ट बैलेंस्ड फंड्स( 2018-2019)Best Balanced Fund 2018
बैलेंस्ड फंड, स्टॉक्स और बॉन्ड का मिश्रण होता है। यह फंड एसेट एलोकेशन और नियमित रीबैलेंसिंग की ज़रूरतों को पूरा करता है, जिसे कई निवेशक ढूंढ़ते है। बैलेंस्ड फंड को हाइब्रिड फंड भी कहा जाता है क्युकी वह डेब्ट और इक्विटी दोनों का संयोजन है।
बैलेंस्ड फंड्स के फायदे ।Benefits of Balanced Funds| Best Balanced in Funds Hindi | Best Balanced Fund 2018
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डेब्ट और इक्विटी केलिय फयदेमंद-बैलेंस्ड फंड उन निवेशकों केलिए सही माना जाता है जो इक्विटी इन्वेस्टमेंटस के बेहतर रिटर्न्स पाना चाहते है, लेकिन सुरक्षता के साथ। बैलेंस्ड फंड की अस्थिरता की सम्भावना इक्विटी फंड्स से कम है और रिटर्न्स डेब्ट फंड से ज़्यादा है। हालांकि प्यॉर इक्विटी फंड्स से इसके रिटर्न्स कम होंगे परंतु इसमें जोखिम की सम्भावना भी कम है।
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रीबैलेंसिंग- बैलेंस्ड फंड्स को पोर्टफोलियो अपने जनादेश के अनुसार होता है| यदि आप फंड कन्सेर्वटिवे केटेगरी में है टी उसे अपना डेब्ट सिक्योरिटीज में निवेश 75 से 90% के बीच में रखना होगा| इस तरह, एक केटेगरी के निवेश का प्रतिशत बढ़ने पर रीबैलेंसिंग के द्वारा पोर्टफोलियो जनादेश के अनुसार रखा जाता है|
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टैक्सेशन- इक्विटी ओरिएंटेड बैलेंस्ड फंड्स में टैक्सेशन इक्विटी फंड्स के अनुसार लगता है| 1 साल से ऊपर टैक्स सर 10% है और वो भी 1 लाख से अधिक| जो निवेशक बैलेंस्ड फंड्स का फायदा उठाना चाहते है और साथ ही इक्विटी फंड्स की टैक्स क्षमता को भी नहीं गवाना चाहते वे इक्विटी ओरिएंटेड बैलेंस्ड फंड में निवेश कर सकते है।
बैलेंस्ड फंड्स में निवेश करके बेहतर रिटर्न्स पाने की टिप्स। Best Balanced Fund 2018
1) परफॉर्मन्स में स्थिरता होना काफी ज़रूरी है। किसी भी फंड में निवेश करने से पहले आपको उस फंड की परफॉरमेंस जांच लेनी चाहिए |
2) SEBI के अनुसार हाइब्रिड फंड्स में 7 काटेगोरिएस है।
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कन्सेर्वटिवे हाइब्रिड-यह स्कीम 75-90% डेब्ट इंट्रूमेंट्स और 10-25% इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करती है।
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बैलंस्ड हाइब्रिड-यह स्कीम 50-60% निवेश करती है या तो इक्विटी में या डेब्ट सम्बंधित इंस्ट्रूमेंट्स में।
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अग्रेसिव हाइब्रिड-यह स्कीम 65-85% इक्विटी सम्बंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करती है और बाकि बची हुई डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स में।
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डायनामिक एसेट एलोकेशन-इन्हे एडवांटेज फंड्स के नाम से भी जाना जाता है। जैसे कि नाम कहता है डेब्ट और इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करना गतिशील रूप से भिन्न होते है।
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मल्टी एसेट एलोकेशन-कम से कम 3 एसेट में निवेश किया जाता है और हर एक में 10%।
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आर्बिट्रेज फंड्स-जैसे नाम कहता है वैसे यह स्कीम आर्ब्रिटेज स्ट्रेटेजी का उपयोग करती है। यह स्कीम कम से कम 65% इक्विटी सम्बंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करती है।
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इक्विटी सेविंग्स फंड्स-यह स्कीम कम से कम 65% इक्विटी में निवेश करते है और कम से कम 10% डेब्ट में।
3) वोटेलिटी–Beta-यह फंड के उतार-चढाव को मापता है। जितना कम beta होगा उतने सुरक्षित फंड्स।
बैलेंस्ड फंड्स में निवेश करने केलिए टॉप फंड्स- Best Balanced Funds Hindi | Best Balanced fund 2018.
टाटा बैलेंस्ड फंड- Best Balanced Fund 2018
टाटा बैलेंस्ड फंड, इक्विटी और डेब्ट इंस्ट्रूमेंट्स का मिश्रण है जोकि पोर्टफोलियो के रिटर्न्स को बढ़ने में मदद करता है और साथ ही फंड की अस्थिरता का प्रबंध करता है। फंड का इक्विटी डेब्ट मिक्स रेश्यो 70-30 है। फंड के रिटर्न्स की तीन केटेगरी है 3 साल, 5 साल और 10 साल।
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हाइलाइट्स-इस फंड के 10 साल के रिटर्न्स की तुलना लार्ज कैप इक्विटी फंड से होती है। यह फंड इक्विटी पोर्टफोलियो के 70% निवेश लार्ज कैप्स में करता है बाकि मिड कैप्स में जबकि बॉन्ड पोर्टफोलियो के 95% से भी ज़्यादा AAA रेटेड सिक्योरिटीज में निवेश किया जाता है और बाकि बचे हुए AA रेटेड सिक्योरिटीज में। यह फंड उन निवेशकों केलिए सही माना जाता है जो बढ़ी जोखिम लेने के काबिल हो।
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पिछले कुछ वर्षों का परफॉर्मन्स-यह फंड काफी अच्छा पर्फोर्मांस देता आया है और पिछले 7 सालो से इसे केटेगरी को भी मात दी है।
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फंड मैनेजर-टाटा एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड के सीनियर फंड मैनेजर प्रदीप गोखलेजी है। उन्हें गुल मिला के 25 साल का एक्सपीरियंस है। प्रदीपजी ने टाटा एसेट मैनेजमेंट सितम्बर 2004 में जॉइन किया वे हेड ऑफ़ रिसर्च थे।
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जोखिम और अस्थिरता-इस फंड की beta वैल्यू 1.16 है।
HDFC बैलेंस्ड फंड- Best Balanced Fund 2018
यह फंड लगभग 65-70% का निवेश इक्विटीज में और बाकी डेब्ट में करता है। यह फंड डेब्ट में लगभग 80% का निवेश AAA रेटेड सिक्योरिटीज में और बाकि AA रेटेड सिक्योरिटीज में करता है।
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हाइलाइट्स-इस फंड ने पिछले 5 सालो में बढ़िया रिटर्न्स दिए है। पिछले 7 सालो से इसने केटेगरी को मात दी है। यह फंड उन निवेशकों केलिए सही माना जाता है जो बेहतर रिटर्न्स पाना चाहते है और ज़्यादा जोखिम ले सकते है ।
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पिछले कुछ वर्षों का परफॉर्मन्स-यह फंड अग्रेसिव होकर भी, 2008 और 2011 के क्रॅशेस में इसमें काफी गिरावटे आयी है।
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फंड मैनेजर-इस स्कीम के फंड मैनेजर चिराग सेतलवाड़जी है। उन्हें गुल मिला के 14 साल का एक्सपीरियंस है जिसमे से 11 साल वे फंड मैनेजर के रूप में काम कर रहे है।
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जोखिम और अस्थिरता-इस फंड की beta वैल्यू 1.04 है।
L&T इंडिया प्रूडेंस फंड- Best Balanced Fund 2018
यह फंड बाकि दोनों की तुलना में नया है। यह फंड 2011 में लॉन्च हुआ था। इस फंड की इक्विटी डेब्ट मिक्स रेश्यो 70%-30% है। फंड के डेब्ट पोर्टफोलियो में हाई क्वालिटी कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और G-secs है जिनका 80% से भी ज़्यादा निवेश AAA रेटेड सिक्योरिटीज में किया गया है और बाकि AA रेटेड में। यह फंड उन निवेशकों केलिए सही माना जाता है जो बेहतर रिटर्न्स पाना चाहते है।
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हाइलाइट्स-इस फंड की इक्विटी पोर्टफोलियो में लगभग 25% के स्मॉल और मिड कैप में हाई एलोकेशन है। इसने पिछले 5 सालो में फंड को शानदार रिटर्न्स लाने में मदद की है। परंतु मंदी में फंड का परफॉरमेंस देखना अभी बाकि है।
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पिछले कुछ वर्षों का परफॉर्मन्स-पिछले 5 सालो में इस फंड ने 3% अधिक प्रगति से बेहतर रिटर्न्स दिए है|
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फंडमैनेजर- इस फंड के मैनेजर एस. एन. लहरीजी है।
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जोखिम और अस्थिरता-इस फंड की beta वैल्यू 1.08 है।
नीचे हमने 3 और 5 साल के रिटर्न्स के अनुसार बेस्ट बैलेंस्ड फंड के पर्फोर्मंस को टेबल के रूप में समझाया है। Best Balanced Funds in Hindi | Best Balanced Fund 2018
बैलेंस्ड फंड्स विविधिता पाने केलिए काफी अच्छे फंड्स है क्यूको वे इक्विटी और डेब्ट दोनों में निवेश करते है। उपरसे आपको चिंता करने की ज़रुरत नहीं क्युकी रीबैलेंसिंग फंड मैनेजर संभालता है। आप इक्विटी ओरिएंटेड बैलेंस्ड फंड्स के माध्यम से डेब्ट कुशन का इस्तेमाल कर सकते है वह भी इक्विटी के टैक्स लाभ छोड़े बिना।
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